संपूर्ण धार्मिक संसार विश्वास करता है कि परमेश्वर के सभी कार्य और वचन बाइबल में हैं
अनुग्रह के युग में, प्रभु यीशु ने छुटकारे के काम को किया जिसने हमें हमारे सभी पापों से मुक्त कर दिया।
धार्मिक दुनिया के पादरी और एल्डर्स बाइबल में पौलुस के उन कथनों पर अड़े रहते हैं
बहुत से लोगों का मानना है कि परमेश्वर में विश्वास करना बाइबल में विश्वास करना है
दो हजार वर्षों तक, धार्मिक संसार ने बाइबल के परमेश्वर द्वारा प्रेरित होने के बारे में पौलुसद्वारा कही गयीं बातों पर विश्वास किया और हमेशा यह विश्वास किया कि "बाइबल परमेश्वर के वचन हैं" और "बाइबल प्रभु का प्रतिनिधित्व करती है।"
यू फान भी प्रभु यीशु में विश्वास करने वाले अन्य बहुतेरे लोगों के समान ही हैं—उन्हें लगता है कि प्रभु यीशु को जब सूली पर चढ़ाया गया, तो उन्होंने पहले ही इंसान के पापों को क्षमा कर दिया था।
यद्यपि हम एक बार परमेश्वर में विश्वास कर लें तो हम पाप-मुक्त कर दिए जाते हैं, लेकिन हम फिर भी पाप के बीच जीते हैं, प्रतिदिन पाप करते हैं फिर पापों को स्वीकार करते हैं और सभी उस समय के लिये तड़पते हैं जब हम अब और कोई पाप नहीं करेंगे या परमेश्वर की अवहेलना नहीं करेंगे।
प्रभु यीशु सर्वशक्तिमान परमेश्वर के रूप में लौट आया है और वह पूर्ण सत्य व्यक्त करता है जिससे लोग शुद्धता प्राप्त कर सकें और बचाए जा सकें। वह वर्तमान में परमेश्वर के घर से आरंभ होने वाला अपना न्याय का कार्य कर रहा है। साथ ही, बहुत से लोग स्वयं को प्रभु यीशु की वापसी के रूप में प्रकट कर रहे हैं।
आओ नूह के युग के दौरान की मानवता पर पीछे मुड़कर देखते हैं। मनुष्य सभी प्रकार की दुष्ट गतिविधियों में संलग्न था और पश्चाताप करने के लिए उसने विचार भी नहीं किया।
प्रभु के बहुत-से विश्वासियों का मानना है कि प्रभु भव्यता के साथ लौटेंगे, और सबके सामने बादल पर उतरेंगे, इसलिये वे हमेशा आकाश में टकटकी लगाए रहते हैं, प्रभु के बादल पर आने, खुद को स्वर्गारोहित किये जाने और उनसे मिलने का इंतज़ार करते हैं।